FD Rates: ये हैं एफडी पर सबसे तगड़ा रिटर्न देने वाले 5 बैंक, जानिए क्या हैं फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे


नई दिल्ली: एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) निवेश का सबसे सुरक्षित ठिकाना है, जिस पर गारंटी के साथ रिटर्न (FD Rates) मिलता है। एफडी पर 7 दिन की छोटी अवधि से लेकर 10 सालों तक की बड़ी अवधि तक का निवेश किया जा सकता है। जब आप एफडी में पैसे लगाते हैं, उसी वक्त आपको ये पता चल जाता है कि कितने साल बाद आपको कितने पैसे मिलेंगे। ऐसे में आप अपने किसी काम को पहले से प्लान कर सकते हैं और आपको ये चिंता भी नहीं करनी होगी कि बीच में आपके रिटर्न में कोई उतार-चढ़ाव आएगा या नहीं।

इन 5 बैंकों में एफडी पर मिल रहा शानदार ब्याज

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1- इंडसइंड बैंक में 5 साल की एफडी पर 6.50 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।

2- आरबीएल बैंक में एफडी कराने पर आपको 6.30 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाएगा।

3- डीसीबी बैंक 5 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी की दर से ब्याज देने की पेशकश कर रहा है.

4- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में 5 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी ब्याज दिया जाएगा।

5- करूर वैश्य बैंक में 5.80 फीसदी की दर से एफडी पर ब्याज मिल रहा है।

एफडी के होते हैं कई फायदे

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बहुत से लोग एफडी कराने के बजाय पैसा म्यूचुअल फंड या अन्य जगहों पर लगाने की भी सलाह देते हैं, ताकि अधिक रिटर्न पाया जा सके। हालांकि, ऐसी जगहों पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती। तो अगर आप अपने पैसे पर गारंटी के साथ रिटर्न चाहते हैं तो एफडी बेहतर विकल्प है। इतना ही नहीं, एफडी करने के कई फायदे हैं। तो एफडी कराते वक्त सिर्फ उस पर मिलने वाला ब्याज ही ना देखें, बल्कि और भी चीजों को ध्यान में रखें। आइए जानते हैं इनके बारे में।

1- एफडी पर लोन या ओवरड्राफ्ट?

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बहुत सारे लोगों को ये नहीं पता है कि वह जो एफडी कराते हैं, उस पर उन्हें बैंक से आसानी से लोन भी मिल जाता है। कुछ बैंक उसके आधार पर ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी देती हैं। दरअसल, एफडी आपकी एक गारंटी जैसा होता है कि अगर आप लोन नहीं चुका सके तो लोन के पैसे आपकी एफडी से कवर कर लिए जाएंगे। तो अब अगर आप एफडी की तुलना किसी और निवेश से करें तो यह भी उसमें ध्यान रखें कि एफडी पर आपको लोन मिल सकता है।

2- एफडी पर मिलता है इंश्योरेंस कवर

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अगर आपने बैंक में एफडी कराई हुई है तो उस पर आपको डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) का इंश्योरेंस कवरेज मिलता है। अगर आपका बैंक डिफॉल्ट कर देता है या दिवालिया हो जाता है तो आपको इस इंश्योरेंस कवर के तहत 5 लाख रुपये तक मिल जाएंगे, जिसमें मूलधन और ब्याज दोनों ही शामिल होंगे। यानी आपके रिटर्न की तो गारंटी होगी ही, 5 लाख रुपये तक वापस मिलने की भी गारंटी होगी।

3- मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस का फायदा

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बहुत से ऐसे बैंक हैं तो अपने यहां एफडी कराने वालों को मुफ्त में लाइफ इंश्योरेंस का एक अतिरिक्त फायदा देते हैं। बैंक ऐसा ऑफर इसलिए देते हैं, ताकि वह अधिक से अधिक लोगों को एफडी के लिए आकर्षित कर सकें। इसके तहत बैंक अपने ग्राहकों को एफडी की रकम के बराबर लाइफ इंश्योरेंस की पेशकश करते हैं। हालांकि, इसमें उम्र की एक सीमा भी तय होती है। देखा जाए तो बैंक अपना रिस्क कैल्कुलेट कर के ग्राहकों को लाइफ इंश्योरेंस देते हैं, जो फायदे का सौदा है।

4- टैक्स से जुड़े फायदे

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अगर आप 5 साल या उससे अधिक दिनों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करते हैं तो उस पर आप आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं। इसके तहत साल भर में आप 1.5 लाख रुपये तक पर टैक्स छूट पा सकते हैं। हालांकि, अगर आप 5 साल से कम की एफडी कराते हैं तो आपको टैक्स चुकाना होगा। अगर किसी साल में तमाम बैंकों से मिला ब्याज 40 हजार रुपये से अधिक होता है तो उस पर भी टैक्स लगेगा।

5- गारंटी के साथ रिटर्न

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एफडी की सबसे खास बात यही होती है कि इसमें आपको गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है। यानी अगर आप 5 साल या 10 साल या कितने भी साल बाद की प्लानिंग कर रहे हैं तो एफडी में आपको ये पक्के तौर पर पता होता है कि आपको मेच्योरिटी पर कितने पैसे मिलेंगे। ऐसा इसलिए कि एफडी पर फिक्स रिटर्न मिलता है। वहीं म्यूचुअल फंड, एनपीएस, ईएलएलएस जैसे निवेशों में रिटर्न हर साल कम-ज्यादा होता है और शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है।

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