यूरोप के बैंक इंडेक्स में आठ मार्च के बाद से भारी गिरावट आई है। इस कारण निवेशकों के 127.08 अरब डॉलर स्वाहा हो चुके हैं। इंडेक्स में 6.4 फीसदी गिरावट आई है। इससे यूरोपियन शेयरों में 2.4 फीसदी गिरावट आई। यह पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। अमेरिका के दो बैंकों सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) और सिग्नेचर बैंक (Signature Bank) के डूबने का असर पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में देखने को मिल रहा है। हालांकि अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में बंद हुए। क्रेडिट सुइस बैंक मुनाफे में आने के लिए हाथपांव मार रहा है। इसके लिए उसने तीन साल की रिस्ट्रक्चरिंग की योजना बनाई है। बैंकिंग सेक्टर में हाल में आई गिरावट से क्रेडिट सुइस भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सिलिकॉन वैली बैंक को डूबने के बाद निवेशक बैंकों की हेल्थ को लेकर काफी चिंतित हैं।
घरेलू शेयर बाजार का हाल
बैंक, वित्तीय और दूरसंचार शेयरों में भारी बिकवाली के चलते बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) बुधवार को 344 अंक टूटकर 57,555.90 अंक पर बंद हुआ। यह इसका पांच महीने का निचला स्तर है। एनएसई निफ्टी भी 71.15 अंक यानी 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,972.15 पर बंद हुआ। इसमें शामिल 50 शेयरों में से 28 शेयर नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक को सबसे अधिक दो प्रतिशत का नुकसान हुआ। इसके अलावा भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, एचयूएल, टाटा मोटर्स, नेस्ले इंडिया और एक्सिस बैंक भी नुकसान में रहे। दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, टाइटन और एलएंडटी 3.03 प्रतिशत तक की बढ़त के साथ लाभ में रहे। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 21 शेयर नुकसान में रहे।