नई दिल्ली
हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच भिड़ंत के एक दिन बाद दिल्ली के जहांगीरपुरी में अब शांति तो है। लेकिन लोग असहज हैं। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने हिंसा को लेकर 21 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें झड़पों के पीछे मुख्य साजिशकर्ता और एक अन्य व्यक्ति शामिल है, जिसने कथित तौर पर एक उप-निरीक्षक को गोली मारी थी। उन्होंने बताया कि घटना के सिलसिले में दो नाबालिग को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि दो समुदायों के बीच संघर्ष के दौरान पथराव और आगजनी हुई जिसमें आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया। कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि मामला क्राइम ब्रांच के पास भेज दिया गया है जो जिला पुलिस की मदद से मामले में आगे की जांच करेगी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जहांगीरपुरी का रहने वाला अंसार (35) हिंसा के पीछे मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल है।
वह पहले भी हमले के दो मामलों में शामिल पाया गया था और उसे कई धाराओं के तहत बार-बार गिरफ्तार किया गया था और जुआ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत पांच बार मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, अंसार की पत्नी ने संवाददाताओं से कहा कि उनका पति निर्दोष है और वह किसी हिंसा का हिस्सा नहीं था। जहांगीरपुरी इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। पैदल और मोटरसाइकिल पेट्रोलिंग के साथ फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है। गतिविधियों पर नजर रखने और कोई अप्रिय घटना न हो यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जा रही।
कर्नाटक, हुबली
कर्नाटक के हुबली (Hubli) में रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर भीड़ ने पुलिसकर्मियो, एक अस्पताल और एक मंदिर पर हमला बोल दिया। हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त लाभू राम के अनुसार एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसके बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था।
कार्रवाई से असंतुष्ट कुछ लोग थाने के आसपास जमा हो गए। आधी रात के आसपास एक बार फिर बड़ी संख्या में लोग पुलिस स्टेशन के आसपास इकट्ठा होने लगे और उन्होंने भारी पथराव किया। इस घटना में लगभग एक दर्जन पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस के बयान के अनुसार पुलिस वाहन और पास के एक अस्पताल को भी नुकसान पहुंचा है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इसे एक संगठित हमला करार दिया और कहा कि राज्य ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लोगों से इस घटना को अलग राजनीतिक रंग न देने की भी। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित हमला था। बदमाश हुबली में देवरा जीवनहल्ली और कडुगोंडाहल्ली जैसी घटना को अंजाम देना चाहते थे।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में शनिवार रात हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समुदायों के लोग आपस में भिड़ गए। पुलिस के अनुसार जब जुलूस गांव की एक मस्जिद के पास तो रमजान के सम्मान में जयंती के आयोजकों ने माइक बंद कर दिया। लेकिन कुछ भक्तों ने कथित तौर पर जय श्री राम के नारे लगाए। पुलिस ने बताया कि इससे नाराज कुछ लोगों ने हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया और दूसरे पक्ष ने जवाबी कार्रवाई की। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस के हस्तक्षेप और दोनों पक्षों को शांत करने के बाद स्थिति सामान्य हो गई है।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में शनिवार शाम हरिद्वार जिले के रुड़की के पास भगवानपुर इलाके के एक गांव से गुजरते हुए हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव किया गया, जिसमें चार लोग घायल हो गए। डीआईजी गढ़वाल रेंज के एस नागन्याल ने कहा कि आसपास के गांवों के लोगों के इकट्ठा होने से इलाके में तनाव बढ़ गया। लेकिन पुलिस के समय पर हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पा लिया गया।
घटना के संबंध में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया और 13 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। दादा जलालपुर गांव से गुजर रहे जुलूस पर छतों से पत्थर फेंके गए। हरिद्वार के एसपी (ग्रामीण) प्रमेंद्र डोभाल ने कहा कि इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। लेकिन पुलिस को तुरंत सूचित किया गया और स्थिति को काबू में कर लिया गया।
सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है
2 अप्रैल से 10 अप्रैल को राम नवमी सहित हिंदू धार्मिक जुलूसों के दौरान सांप्रदायिक झड़पों की कई घटनाएं सामने आई हैं। हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। 13 विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को देश में अभद्र भाषा और सांप्रदायिक हिंसा की हालिया घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की थी और लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया था।
एक संयुक्त बयान में, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित नेताओं ने कहा कि खाना, पोशाक, आस्था, त्योहारों और भाषा से संबंधित मुद्दों का इस्तेमाल सत्ताधारी पार्टी जानबूझकर ध्रुवीकरण के लिए कर रही। हालांकि, भाजपा ने पलटवार किया और आरोप लगाया कि पिछले 70 वर्षों में देश भर में हुए सांप्रदायिक दंगों के लिए तुष्टीकरण की विचारधारा को अपनाया गया है।
विपक्षी नेताओं के संयुक्त बयान पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार को कहा कि विपक्ष की यह चुनिंदा राजनीति देश के लिए हानिकारक है। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में पिछले रविवार को रामनवमी पर सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं, जब पथराव किया गया था, वाहनों को आग लगा दी गई थी और कुछ घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, जिसके कारण पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को गोली लगी थी। प्रभारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोहित काशवानी ने कहा कि स्थिति सामान्य होने पर प्रशासन ने रविवार सुबह चार घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी, अब तक हिंसा के संबंध में 44 मामले दर्ज किए गए हैं और 148 लोगों को हिरासत में लिया गया है।