अर्शदीप सिंह ने बताया वर्ल्ड कप में अपनी सफलता का राज, इस साथी खिलाड़ी को दिया श्रेय


अर्शदीप सिंह- India TV Hindi News
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अर्शदीप सिंह

Arshdeep Singh T20 World Cup 2022: भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के सबसे प्रमुख गेंदबाज बनकर उभर रहे हैं। वह अभी तक तीन मैचों में सात विकेट अपने नाम कर चुके हैं। खास बात यह रही है कि उन्होंने टीम इंडिया को अभी तक लगातार शुरुआती ओवर्स में ब्रेकथ्रू दिलाए हैं। वहीं उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच के बाद अपनी सफलता का राज खोला है और इसका श्रेय उन्होंने अपने साथ के ही एक खिलाड़ी को दिया है।

अर्शदीप सिंह ने मौजूदा विश्व कप में पाकिस्तान, नीदरलैंड और साउथ अफ्रीका दोनों के खिलाफ टीम इंडिया को शुरुआती ओवर में अहम सफलताएं दिलाई हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने साथी खिलाड़ी और टीम इंडिया के सीनियर गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को दिया। उन्होंने बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है, यह सीनियर तेज गेंदबाज (भुवी) पॉवरप्ले के ओवरों में लगातार दबाव बना रहा है जिससे उनके लिए विकेट हासिल करना आसान हो गया है। 

अर्शदीप ने पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने शुरुआती ओवरों में क्रमशः बाबर आजम और क्विंटन डिकॉक जैसे स्टार बल्लेबाजों को आउट करके भारत को महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाईं। अर्शदीप ने तीन मैच में 7.83 की इकोनॉमी रेट से सात विकेट चटकाए हैं। भुवनेश्वर के नाम इतने ही मैच में तीन विकेट हैं लेकिन उन्होंने 10.4 ओवर में सिर्फ 4.87 की इकोनॉमी रेट से रन देते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। 

क्या बोले अर्शदीप सिंह?

अर्शदीप ने रविवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की पांच विकेट की हार के बाद कहा,‘‘हम बल्लेबाजों की कमजोरियों पर ध्यान देते हैं। मैं और भुवी भाई शुरुआत में कुछ स्विंग हासिल करके बल्लेबाजों को छकाने का प्रयास करते हैं। मैं बल्लेबाज को निशाना बना पाता हूं क्योंकि भुवी भाई इतनी किफायती गेंदबाजी कर रहे हैं कि बल्लेबाज पहले से ही दबाव में होते हैं।’’ भुवनेश्वर को भले ही काफी विकेट नहीं मिले हों लेकिन अपनी स्विंग की बदौलत उन्होंने तीनों मैच में बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। 

अर्शदीप ने कहा, ‘‘मेरी सफलता का श्रेय उन्हें जाता है। बल्लेबाज उनके (भुवनेश्वर) खिलाफ जोखिम नहीं उठा रहे हैं और मेरे साथ ऐसा कर रहे हैं इसलिए हमने अच्छी साझेदारी की है। गेंदबाजी साझेदारी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि बल्लेबाजी साझेदारी।’’ शुरुआती ओवरों में मिली सफलता से अर्शदीप का आत्मविश्वास बढ़ा है। अपने छोटे करियर के दौरान पर्थ के विकेट को सबसे तेज मानने वाले अर्शदीप ने कहा, ‘‘जब आप शुरुआत में विकेट लेते हैं तो आत्मविश्वास हासिल करते हैं और टीम भी आपकी क्षमताओं पर भरोसा करती है। यह ट्रैक गेंदबाजी करने के लिए शानदार था। यह किसी भी तेज गेंदबाज के लिए एक परफेक्ट विकेट था और शायद मेरे करियर में अब तक की सबसे शानदार पिच।’’ 

अर्शदीप सिंह ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ क्विंटन डी कॉक और राइली रूसो के विकेट जल्दी भारत को दिलाए

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अर्शदीप सिंह ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ क्विंटन डी कॉक और राइली रूसो के विकेट जल्दी भारत को दिलाए

अश्विन को 18वां ओवर देने पर भी बोले अर्शदीप

अर्शदीप ने इस सवाल को दरकिनार कर दिया और बताया कि सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को 18वां ओवर क्यों दिया गया। अर्शदीप ने इस कदम के बचाव में कहा,‘‘अगर आप पांच गेंदबाजों के साथ खेल रहे हैं तो जहां भी रोहित भाई को लगा कि उन्हें अश्विन को लाना चाहिए तो उन्होंने ऐसा किया।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इस विकेट पर 145 रन का स्कोर पर्याप्त हो सकता था, अर्शदीप ने कहा, ‘‘यह अगर और मगर का मामला है। हो सकता है कि 133 काफी अच्छा होता और कभी-कभी 160 भी कम लगता है। इसलिए जब तक आप 145 स्कोर नहीं करते तब तक आपको पता नहीं चलेगा।’’

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