भारत में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध के दौरान एयरलाइंस को कुछ देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत सीमित संख्या में विदेशी उड़ानें संचालित कर सकने की अनुमति थी। भारत-अमेरिका जैसे कुछ हवाई मार्गों पर महामारी से पहले की तुलना में सीमित क्षमता ने हवाई किराए को 100% तक बढ़ा दिया है।
मांग-आपूर्ति असंतुलन हो गया था पैदा
ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो के ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव आलोक बाजपेयी ने कहा, ‘नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के निलंबन ने मांग-आपूर्ति असंतुलन पैदा कर दिया था, जिससे बबल समझौतों के तहत कुछ मार्गों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा महंगी हो गई थी। क्षमता के वापस आने और कनेक्टिविटी व अधिक मार्गों में वृद्धि के साथ, हम उम्मीद कर सकते हैं कि अंतरराष्ट्रीय किराए पूर्व-कोविड स्तरों पर लौट आएंगे।’
यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तगड़ा उछाल आया है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय हवाई किराए में अपेक्षित गिरावट से एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में ताजा वृद्धि को कम करने में मदद मिलने की संभावना है। एटीएफ की कीमतों में इस साल पांच गुना बढ़ोतरी की गई है, जो पिछले साल की गई 100 फीसदी की बढ़ोतरी के ऊपर है।
कीमतें स्थिर होने की उम्मीद
Makemytrip के ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव राजेश मागो ने कहा, ‘यूएस कैरियर्स की ओर से भारत आने वाली फ्लाइट्स सहित अन्य फ्लाइट्स में कटौती के साथ अगर बबल फ्लाइट्स जारी रहतीं, तो कीमतें अपने मौजूदा उच्च स्तर से और बढ़ गई होतीं। हालांकि, नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति देने और क्षमता में परिणामी वृद्धि के निर्णय के साथ, कीमतें स्थिर हो जाएंगी।’ हालांकि उन्होंने आगाह किया कि अगर ईंधन की कीमतों में वृद्धि जारी रही और पश्चिम में संकट का कोई समाधान नहीं हुआ तो कीमतें फिर से बढ़ेंगी।
इक्सिगो के बाजपेयी ने कहा कि जहां इंटरनेशनल लीजर ट्रैवल में मजबूत मांग देखी जा रही है, वहीं बिजनेस ट्रैवल को पूर्व-महामारी के स्तर पर वापस आने में कुछ और समय लगेगा। कॉर्पोरेट यात्रा को कुल मिलाकर महामारी के दौरान बड़ा झटका लगा है, विशेष रूप से रिमोट वर्क पर शिफ्ट से।
कई विमानन कंपनियां बढ़ाने वाली हैं फ्लाइट्स की संख्या
सिंगापुर एयरलाइंस वर्तमान में भारत भर के आठ शहरों से 52 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करती है। 21 मार्च से, अहमदाबाद, चेन्नई, दिल्ली, कोच्चि और मुंबई से बढ़ी हुई फ्रीक्वेंसी के साथ, यह साप्ताहिक उड़ानों की संख्या 61 तक करने की योजना बना रहा है। एक प्रवक्ता ने कहा कि लुफ्थांसा और स्विस, जिनकी अभी 22 साप्ताहिक उड़ानें हैं, इस साल अक्टूबर तक इस संख्या को बढ़ाकर 42 कर देंगे। विस्तारा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयरलाइन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ाने के लिए सभी विकल्प तलाश रही है।